नशा समाज को बचाने के लिए त्रिस्तरीय प्रयास जरूरी: गोस्वामी
परंपराओं को भी विकृत कर गया नशा: मरावी
नशा के अभिशाप से समाज को बचाने में पत्रकारों की भूमिका पर हुई कार्यशाला
मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने किया आयोजन
(Anil Dwivedi)
शहडोल। नशा और नशे का कारोबार वह बुराई है जो न सिर्फ समाज को खोखला कर रही है बल्कि बड़ी तेजी के साथ तरुणाई भी विनाश के गर्त में समा रही है। नशे के अभिशाप से समाज को मुक्त कराने और नशा मुक्त स्वस्थ समाज बनाने की दिशा में पुलिस द्वारा जो प्रयास किए जा रहे हैं वह वास्तविक आवश्यकता का मात्र एक तिहाई अंश है। नशा और नशे के अवैध कारोबार को समाप्त करने के लिए वास्तव में त्रिस्तरीय प्रयास किए जाने की आवश्यकता है और उससे भी महत्वपूर्ण है शहडोल जिला व संभाग में एक शासकीय सुविधा संपन्न नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना जिसके लिए विधायक जी को सक्रिय प्रयास करना चाहिए। मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला इकाई शहडोल द्वारा आयोजित मीडिया कार्यशाला को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी ने उक्त आशय के उद्गार व्यक्त किए।
मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा आयोजित की गई मीडिया कार्यशाला को संबोधित करते हुए पुलिस कप्तान अवधेश कुमार गोस्वामी ने कहा कि नशा समाज की जड़ों को बुरी तरह से खोखला कर रहा है और नशे के अवैध कारोबारी इस बुराई को समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों विशेषकर युवाओं तक पहुंचा रहे हैं जिससे तरुणाई विनाश की ओर अग्रसर है। पुलिस नशा और नशे के कारोबार को रोकने की दिशा में पूरी तरह से प्रयासरत है इसमें लोगों का सहयोग भी मिल रहा है लेकिन यह प्रयास पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि तीन स्तरों पर प्रयास किए जाने पर ही इस बुराई से समाज को बचाया जा सकता है पुलिस अपना काम कर रहे हैं इसके अलावा विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों सकारात्मक दृष्टिकोण वाले लोगों को साथ लेकर सामूहिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है ताकि लोगों को नशे के अभिशाप के प्रति जागरूक किया जा सके। नशे की गिरफ्त में जकड़े हुए लोगों अथवा उससे प्रभावित परिवारों के लोगों तक पहुंच कर उन्हें समझाने नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है यदि यह प्रयास समन्वित रूप से किया जाए तो काफी हद तक सफलता मिल सकती है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि शासकीय नशा मुक्ति केंद्र जो विशेषज्ञ चिकित्सकों, काउंसलर और आवश्यक सुविधाओं से संपन्न हो, की जिले व संभाग को सख्त आवश्यकता है। यूं तो बहुत से नशा मुक्ति केंद्र निजी स्तर पर संचालित हैं लेकिन वह काफी खर्चीले हैं जो आम गरीब परिवारों की पहुंच से बाहर हैं। गरीब तबके का व्यक्ति चाह कर भी नशे की गिरफ्त में फंसे अपने परिजन को इन केंद्रों की सेवा नहीं दिला सकता है। यदि शासकीय स्तर पर सुविधा संपन्न नशा मुक्ति केंद्र इस जिले को मिल जाए तो न सिर्फ शहडोल बल्कि उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी जैसे जिलों के नशा पीड़ित युवाओं को भी सुधरने और संवरने का एक बेहतर अवसर मिल सकता है।
कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित जयसिंह नगर विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक श्री जय सिंह मरावी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पुलिस अधीक्षक श्री गोस्वामी ने कहा कि श्री मरावी एक बहुत ही वरिष्ठ और सम्मानित विधायक हैं यदि वह नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना के लिए प्रयास करें तो इस जिले का संभाग के लोगों को इस बुराई से लड़ने और जीतने में काफी सहूलियत मिल सकती है उन्होंने किसी भी स्थिति में शहडोल संभाग में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना के लिए प्रयास किए जाने की जरूरत पर जोर दिया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री जय सिंह मरावी ने नशे की बुराइयों और उससे विनाश की गर्त में समा रहे परिवारों की व्यथा का उल्लेख करते हुए कहां की कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं और समाज पर इसका बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी संस्कृति में अवसर विशेष पर मदिरापान की परंपरा रही है जिसका लोगों ने बेजा फायदा उठाया और अब जगह जगह शराब बनाकर, पीकर और बेचकर आदिवासी परंपराओं को भी बदनाम करने से लोग नहीं चूक रहे हैं। श्री मरावी ने कहा कि पत्रकार समाज का आईना होते हैं, समाज में कहां क्या हो रहा है, या कहां कौन सी कमी है इस बात से पत्रकार साथी ही अवगत कराते हैं और हालात सुधारने में मदद भी करते हैं उन्होंने नशा और नशे के अवैध कारोबार को रोकने में पत्रकारों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वह शासन प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस बुराई को जड़ से समाप्त करने में अहम भूमिका निभाएं।
युवा समाजसेवी एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए समाज में बड़े पैमाने पर फायदे नशे के कारोबार और नशे के कारण बर्बाद हो रहे परिवारों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि इसमें सभी वर्गों के लोगों को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए। मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि स्वयं विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए शासन प्रशासन और समाज के विभिन्न कार्यों स्थितियों को सामने लाकर मीडिया ने हमेशा अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है और वह उम्मीद करते हैं कि नशा और नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने में भी मीडिया वह पत्रकार साथियों का अहम योगदान होगा।
मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला इकाई शहडोल द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के मुख्य कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष साथी मोहम्मद अली, संघ के अध्यक्ष मंडल के नवनियुक्त सह संयोजक मनोज द्विवेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश अग्रवाल, संभागीय अध्यक्ष अजीत मिश्रा, जिला इकाई शहडोल के अध्यक्ष राहुल सिंह राणा जिला इकाई अनूपपुर के महासचिव चेतन्य मिश्रा राजेश पयासी, गोपालदास बंसल अमरेंद्र श्रीवास्तव अनिल द्विवेदी चंदन वर्मा अखिलेश मिश्रा अजय पाल सोनू खान राकेश गुप्ता देवा प्यासी सुमित सिंह विवेक सिंह शीतल सिंह टेकाम सुधीर सिंह आदि ने भी संबोधित किया और पुलिस अधीक्षक श्री अवधेश कुमार गोस्वामी के निर्देशन में जिला पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियान की जमकर सराहना करते हुए इसमें सक्रिय सहभागिता निभाने का आश्वासन दिया। कार्यशाला में बड़ी संख्या में शहडोल जिले के पत्रकार साथी मौजूद रहे।
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