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शनिवार, 22 फ़रवरी 2025

कबाड़ के नासूर की टीस बन गया अनीस

 दशकों से अवैध कारोबार के कारण जिला बदर के बाद भी बेकाबू कबाड़ी की गतिविधियां


" शहडोल जिले में न तो कबाड़ के अवैध कारोबार पर अंकुश लग पा रहा है, और न ही इस कारोबार को अंजाम देने वाले वाले कथित कबाड़ियों की गतिविधियों पर परिणाम स्वरूप यह अवैध धंधा जिले में नासूर बन चुका है जिसकी टीस अनीश जैसे कबाड़ियों के रूप में पुलिस और प्रशासन  के साथ ही आम जन को भी काफी हद तक प्रभावित करती रही है। "

शहडोल। आदिवासी बहुत शहडोल जिले में अपराधिक गतिविधियों की बाढ़ थमने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी अपराध और इसमें शामिल लोगों पर नकेल कसने के लिए समय-समय पर निर्देश जारी करते रहे हैं, अभियान भी कई बार चलाए गए लेकिन निचले स्तर पर बैठे मैनेजर टाइप अधिकारी कर्मचारियों की साथ गांठ के चलते अवैध गतिविधियां कभी धीरे-धीरे तो कभी तेजी के साथ बढ़ती ही रही हैं। इन गतिविधियों में संलग्न तत्वों पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगाम कसने के लिए जिला बदर जैसी कार्यवाही को भी अंजाम दिया गया लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात ही रहा। तमाम प्रतिबंधों और जिलाबदर के कारण आन रिकॉर्ड जिले से बाहर रहने वाले इन तत्वों ने जिले की अवैध गतिविधियों को कभी थमने ही नहीं दिया जिसका एक प्रत्यक्ष प्रमाण अनीश नामक कबाड़ी माना जा सकता है।

 मुख्यालय सहित जिले के बुढार, धनपुरी, अमलाई, ब्यौहारी, जयसिंहनगर व जैतपुर जैसे स्थानों पर हालांकि कई कबाड़ के ठीहे संचालित है जहां बड़े पैमाने पर स्क्रैप की खरीद फरोख्त का काम होता है। कबाड़ के अवैध कारोबार में चेहरे तो कई हैं लेकिन सूत्रों का मानना है कि बादशाहत अनीश की तब भी कायम थी और अभी भी कायम है। इसके अलावा बड्डे, बद्री, गुड्डू, रहीम जैसे कई बड़े नाम भी हैं जो कारोबार को नित नये आयाम पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

 आपराधिक मामलों की लंबी फेहरिश्त 

 सूत्रों की की जानकारी को थोड़ा भी सच माने तो कबाड़ कारोबारी और जिला बदर जैसी सजा पाने वाले कथित कबाड़ी अनीश पर जिला व प्रदेश के विभिन्न स्थानों में दर्जन भर से अधिक अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं जिनमें अपराध क्रमांक 941/2011 - धारा 294, 323, 506 (बी), 34,  अपराध क्रमांक 311/2013 - धारा 341, 294, 323, 506, 34 भा.द.वि., अपराध क्रमांक 369/2021 - धारा 379, 420, 411, 467, 468, 471, 120(बी), इस्तगासा क्रमांक 03/2021 - 41(1-4) द.प्र.स., 379, इस्तगासा क्रमांक 04/2021 - 41(1-4) द.प्र.स., 379, इस्तगासा क्रमांक 04/2020 - 41(1-4) द.प्र.स., 379, इस्तगासा क्रमांक 01/2022 - 41(1-4) द.प्र.स., 379, इस्तगासा क्रमांक 02/2022 - 41(1-4) द.प्र.स., 379, इस्तगासा क्रमांक 64/2022 - 457, 380, 201, 202, 427, अपराध क्रमांक 157/2022 - 110, अपराध क्रमांक 577/2022 - 457, 380 भादवि बढ़ान धारा 411, 413, थाना अतरैला जिला रीवा अतरैला आपराध क्र, 238/22 धारा - 457, 380, 411, थाना बुढार अपराध क्रमांक 468/24 धारा 379, 470/24 धारा 303 (2) आदि प्रमुख हैं।

कबाड़ सिंडिकेट में शामिल एक चेहरे का आपराधिक रिकार्ड इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि सिंडिकेट के अन्य चेहरे भी कोई दूध के धुले नहीं हैं। इन अवैध कारोबारियों के रिकॉर्ड भी आगामी अंकों में सार्वजनिक किये जाएंगे।

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