- सो रहे जनाब, रात के डेढ़ बजे बिक रही शराब
- जगह-जगह पैकारी, अवैध कारोबार लाजवाब
" देसी विदेशी मदिरा का अवैध कारोबार जिले में चरमोत्कर्ष पर है यहां छटभैये ही नहीं शासन प्रशासन की गाइड लाइन पर बकायदे निविदा प्राप्त कर दुकान चलाने वाले ठेकेदार भी नियम निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए सरे आम शासन प्रशासन और विभागीय अधिकारियों को उठेगा दिखाते नजर आ रहे हैं। ठेकेदारों की मनमानी को को प्रमाणित करने वाला एक वीडियो इन दिनों बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रहा है जिसमें रात के 1:30 बजे जिले के बुढार नगर में मदिरा की दुकान से मदिरा विक्रय का कार्य किया जा रहा है। लोग शराब खरीदते और वहीं पर पीकर जाते देखे गए हैं इस वीडियो ने आबकारी विभाग और जिला प्रशासन की सक्रियता व सख्ती को कटघरे में ला खड़ा किया है। सूत्रो की मानें तो उक्त ठेकेदार को आबकारी अधिकारी व निरीक्षक की विशेष कृपा प्राप्त है। "
अनिल द्विवेदी
शहडोल। एक्सपायरी डेट की बियर की बिक्री के मामले में सुर्खियां बटोर चुके बुढार के मदिरा ठेकेदार की देसी विदेशी मदिरा दुकान एक बार फिर सुर्खियों में है। उक्त दुकान से देर रात लगभग 1:30 बजे दुकान खुली रखकर मदिरा बिक्री किए जाने संबंधी वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोगों का कहना है कि बुढार नगर में संचालित इस मदिरा दुकान में कोई नियम कानून लागू नहीं होता ठेकेदार के कर्मचारी रातों दिन मदिरा बेचते हैं और इसके एवज में विभागीय अमले की वांछित सेवा की जाती है।
निरीक्षक की कृपा
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुढार सर्किल में पदस्थ आबकारी निरीक्षक द्वारा उक्त ठेकेदार और उसकी दुकान को नियम कायदों से ऊपर रखकर संरक्षण प्रदान किया जा रहा है जिसके कारण कोई भी व्यक्ति उक्त ठेकेदार और उसके कर्मचारियों की गतिविधियों पर कोई टीका टिप्पणी तक नहीं कर पाता कार्यवाही तो दूर की बात है। बीच के कुछ समय में जब आबकारी निरीक्षक स्थानांतरण पर ब्यौहारी चले गए थे उस समय उक्त ठेकेदार की गतिविधियों पर कुछ अंकुश लगा था लेकिन उनके लौट कर आने के साथ ही बुढार के आबकारी ठेकेदार जायसवाल और उसके कर्मचारियों की निरंकुश्ता बढ़ती चली गई और अब आलम यह है कि रातों दिन मदिरा की बिक्री कर युवाओं को नशे की गर्त में धकेलने का कार्य किया जा रहा है।
महंगे दाम पर सस्ती शराब
मदिरा का सेवन करने वाले लोगों ने चर्चा के दौरान बताया कि ठेकेदार द्वारा प्रिंट रेट से अधिक दर पर मदिरा विक्रय किया जा रहा है जबकि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि कोई भी सामग्री प्रिंट रेट से अधिक दाम पर ना बेची जाए। इसके अलावा शासन ने यह भी निर्देशित किया है कि मदिरा दुकानों में भी बिल बनाकर दिया जाए लेकिन बुढ़ार के मदिरा ठेकेदार द्वारा कभी मांगने पर भी बिल नहीं दिया जाता है। शासकीय नियम निर्देशों की अनदेखी कर मदिरा उपभोक्ताओं का सरे आम शोषण ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है जिस पर नियंत्रण लगाने व कार्यवाही करने की जिम्मेदारी आबकारी निरीक्षक व अधिकारी की है लेकिन वह उपभोक्ताओं अथवा अन्य लोगों की शिकायतों पर कभी ध्यान नहीं देते परिणाम स्वरूप उपभोक्ता महंगी दर पर शराब खरीदने और लुटने को मजबूर है।
गांव-गांव पैकारी
बताया जाता है कि बुढार नगर से लगे विभिन्न गांव में देसी विदेशी मदिरा की बिक्री सरेआम अवैध पैकारियों के माध्यम से की जा रही है। गांव गांव के किराना दुकानों चाय पान के ठेलों तक में अवैध मदिरा बेची खरीदी जा रही है जिसकी आपूर्ति ठेकेदार के कारिंदे रोजाना विभिन्न वाहनों के माध्यम से करते हैं और इसके माध्यम से ठेकेदार अंधाधुंध अवैध कमाई में जुटा हुआ है। अवैध पैकारियों के संचालन के कारण गांव में आए दिन झगड़ा फसाद की स्थिति बनती है और युवा वर्ग नशे का आदी होता जा रहा है।
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