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मंगलवार, 9 दिसंबर 2025

महाकाल बना उमरिया में सिस्टम का काल

 मध्यप्रदेश कि नई रेत नीति कहती है- 3 मीटर से ज्यादा गहराई नहीं और अमिलिया में 10 मीटर तक खुदाई चल रही है

गूगल मैप कि तस्वीरें सबूत हैं. लेकिन कार्रवाई...शून्य

एनजीटी, रेत नीति, कोर्ट, सभी की धज्जियां उड़ाकर चल रहा खनन

जांच चौकियां- आपराधिक गैंगों का ठिकाना


उमरिया। जिले में रेत का सिर्फ काला कारोबार नहीं कर रहा महाकाल, प्रशासन को सीधे अपनी मुट्ठी में दबाकर शासन को चुनौती दे रहा है और जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और खनिज विभाग तीनों की चुप्पी इस रेत के अवैध साम्राज्य की सबसे बड़ी गारंटी बन चुकी है।

बाबा महाकाल मिनरल्स ने उमरिया की रेत पर दादागिरी का ऐसा मॉडल खड़ा कर दिया है. जिसके आगे अधिकारी सिर्फ दर्शक बने हुए हैं। लीज गोवर्दे कि, उत्खनन अमिलिया से टीपी गोवर्दे कि बंद खदान की और रॉयल्टी की कमाई प्रति माह करोड़ों में। यह पूरा खेल इतनी बेशर्मी से हो रहा है कि लगता ही नहीं कि जिले में कोई प्रशासन मौजूद है।

अमिलिया सोन नदी में 6 पोकलेन… प्रशासन कंबल ओढ़कर कुंभकर्णी नींद पर 


जिले कि मानपुर तहसील की अमिलिया खसरा नम्बर 1/601 रकबा 4.000 हेक्टेयर जिसका अभी सीमांकन नही हुआ उससे MOD बाबा महाकाल को स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन द्वारा अनुमोदित 72 हजार घनमीटर रेत का खनन करना है. मारुति एक्सप्रेस की टीम की ग्राउंड रिपोर्टिंग में MOD बाबा महाकाल के द्वारा सोन नदी में 6 विशाल पोकलेन मशीनें दिन-रात नदी की छाती छलनी करने का वीडिओ और फोटो कैमरे में कैद हो गया. MOD द्वारा नदी का प्रवाह मोड़ा गया, बीच में मुरुम डाल कर सड़क बनाई गई, 10 मीटर तक विशालकाय पोकलैंड मशीन से नदी के बीचों-बीच खुदाई.

मौके पर विशालकाय पोकलैंड मशीन से नदी के बीचों-बीच खुदाई. नदी के बीच बने मुरुम की सड़क पर दर्जनों हाइवा, स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन के नियमों की धज्जियां, बिना सीमांकन वाले लीज क्षेत्र से रेत की लूट और स्थानीय लोगों को डराने वाले हथियारबंद बाहरी गुंडे....

टीपी का काला खेल

अमिलिया से लोडिंग, गोवर्दे से टीपी, दस्तावेज खुद चीख-चीखकर कह रहे हैं “MOD फर्जीवाड़ा” यह सिर्फ गड़बड़ी नहीं,

यह सरकारी खजाने और दस्तावेजों पर सीधा डाका..

एनजीटी कहता है. “नदी की धारा नहीं मोड़ी जा सकती।” लेकिन MOD बाबा महाकाल मिनरल्स ने सोन नदी की धारा ही नहीं मोड़ी, बल्कि पूरी नदी पर अवैध कब्जा जमा लिया है।


जन चौकियों पर रेत रोकनी थी, वही बाहरी बदमाशों का मुख्यालय बन चुकी हैं। रातभर हथियार लेकर दहशत फैलाते हैं, स्थानीय पुलिस को रिपोर्ट तक नहीं। कौन हैं ये लोग, और किसका संरक्षण है इनको..जवाब किसी के पास नहीं, क्योंकि मामला ऊपर तक सेट है।

अमिलिया से 50 लाख रोज़ाना की अवैध कमाई

यह सिर्फ एक रूट का आंकड़ा. सूत्रों के अनुसार अमिलिया से रोज़ लगभग 150 हाइवा निकलते हैं। एक दिन की रॉयल्टी लगभग ₹50 लाख, एक महीने में 15 करोड़ कि रॉयल्टी और 9 माह में लगभग 135 करोड़। एक अवैध खदान से यह सिर्फ एक बिना सीमांकन की स्वीकृत अवैध खदान है। पूरे जिले का हिसाब जोड़ें तो… MOD बाबा महाकाल को 26 खदानें स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन द्वारा दी गई है. जिनमें 109.25 हेक्टेयर (लगभग 270 एकड़) रकबा में से अनुमोदित 18,53,553 (18 लाख 53 हजार 553) घनमीटर रेत का खनन करना है. तो MOD कि कमाई का आँकड़ा सैकड़ों करोड़ में पहुंच जाता है।

खनिज अधिकारी को फोन से होती है तकलीफ..

जिले के खनिज अधिकारी से बात की कोशिश की गई।

लेकिन फोन तक नहीं उठाया। जब विभाग ही मौन हो, तो...माफिया का बोलबाला होना लाजमी है।

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