वीडियो के मुकाबले वीडियो, कौन सच्चा कौन झूठा?
शराब कर्ता की पिटाई वाले वीडियो के मुकाबले सामने आया नया वीडियो" 11 व्यक्तियों का गैंग हो और उसमे से किसी एक व्यक्ति को गैंग के इतर दो-चार लोग आकर पीटना शुरू कर दें और गैंग वार न हो, थाने में रिपोर्ट भी न हो ऐसा कैसे संभव है? कल्याणपुर रोड शराब दुकान का मामला भी कुछ ऐसी ही अजब-गजब श्रेणी का नजर आ रहा है। शराब ठेकेदार के शोहदों द्वारा कथित तौर पर ग्राहक से मारपीट मामले में या तो पहली वीडियो सच्ची है और ग्राहक पर जुल्म हुआ, या फिर दूसरी वीडियो में सच्चाई है और गैंगशुदा आदमी के अकेले पिटने का गजब (अजूबा) हुआ। जो भी हुआ उसका खुलासा तो जांच से ही हो सकता है, फिलहाल पुराने हिंदी फिल्म के गाने की वह पंक्ति जरूर याद आ रही- गजब भयो रामा, जुलम भयो रे..."
(अनिल द्विवेदी 7000295641)
शहडोल। संभाग मुख्यालय के कल्याणपुर मार्ग स्थित कंपोजिट शराब दुकान के कर्मचारियों द्वारा शराब खरीददार ग्राहक के साथ कथित मारपीट का वीडियो शनिवार को वायरल हुआ और यह आरोप लगाए गए की शराब ठेकेदार के कथित गुर्गों द्वारा प्रिंट रेट से अधिक दर पर शराब बिक्री का विरोध करने वाले ग्राहक के साथ मारपीट की वारदात को अंजाम दिया गया है। उक्त वीडियो शहर व जिला सहित पूरे संभाग में वायरल हुआ और लाइसेंसी शराब ठेकेदार की खूब किरकिरी भी हुई। बाद में रविवार को एक नया वीडियो वायरल होने लगा और यह दावा किया गया की कतिपय लोगों द्वारा शराब दुकान में पहुंचकर रंगदारी की वसूली करने का प्रयास किया गया जिस पर विवाद और मारपीट की स्थिति उत्पन्न हुई। इस नए वीडियो के माध्यम से लाइसेंसी शराब ठेकेदार और उनके कर्मचारियों को निर्दोष साबित करने का प्रयास किया गया है।
कल्याणपुर रोड में संचालित कंपोजिट शराब दुकान के सीसीटीवी कैमरे के इस नए वीडियो में एक व्यक्ति पहले शराब बिक्री काउंटर में आता है, कुछ बात होती है फिर वह वापस हो जाता है इसके बाद वह पुन: काउंटर पर आता है और उसके साथ ही लगभग 10 -11 व्यक्ति काउंटर के पास घेरा टाइप का बनकर खड़े हो जाते हैं। इसके अलावा इस वीडियो में कुछ भी नहीं है और न ही किसी प्रकार की आवाज आ रही है जिससे यह तो समझ में आता है कि उक्त व्यक्ति अकेला नहीं था। यदि वह 10 11 लोगों के साथ आया और उसने कोई हिमाकत की तो अकेले व्यक्ति की पिटाई शराब ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा कैसे की गई। शेष व्यक्ति कहां गए और मारपीट की वारदात के बाद पीड़ित व्यक्ति द्वारा थाने में शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई गई? सवाल यह भी उठता है कि यदि उक्त कथित पीड़ित व्यक्ति के साथ 10 -11 लोग और थे तो उन्होंने अपने साथी को बचाया क्यों नहीं। यह मान भी लिया जाए कि भयवश वह वहां से तत्समय भाग गए तो वारदात के बाद थाने में रिपोर्ट क्यों नहीं कराई गई?
एक सवाल यह भी उठता है कि यदि 10 -11 व्यक्ति एक साथ हों तो दुकान में मौजूद तीन या चार व्यक्ति उनके साथ मारपीट की वारदात को अंजाम कैसे दे सकते हैं। कुल मिलाकर स्थिति यह है की शराब दुकान में मारपीट की कथित वारदात को लेकर वीडियो युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गई है। किसका वीडियो और किसके दावे सही हैं या झूठे हैं यह जांच का विषय हो सकता है लेकिन साथ ही यह भी आवश्यक है की सच्चाई का पता लगाकर जो भी व्यक्ति दोषी हो चाहे वह शराब ठेकेदार के कर्मचारी हों अथवा खरीददार और उसकी कथित गैंग दोषी व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही तो होनी ही चाहिए।
बहरहाल लाइसेंसी शराब ठेकेदार देवव्रत पांडे का कहना है कि उसकी छवि धूमिल करने और दुकान में कार्यरत कर्मचारी के विरुद्ध जबरिया कार्यवाही के उद्देश्य से उक्त वीडियो वायरल कर शासन प्रशासन को गुमराह करने का प्रयास किया गया है जबकि वास्तविकता कुछ और ही है ठेकेदार का कहना है कि उसके कर्मचारी द्वारा अधिक दर्पण शराब की बिक्री नहीं की जा रही थी बल्कि दुकान के कर्मचारियों पर अनुचित दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा था
प्रिंट रेट से अधिक वसूली पर शराब दूकान सील
जिले के विभिन्न लायसेंसी कामपोजिट देशी व अंग्रेजी शराब दुकानों मे प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर शराब बेचने वाले इन दुकानों पर कार्यवाहिया शुरू कर दी गयी है। जिसमे पहली कार्यवाही शहर के बुढ़ार रोड स्थित कमपोजिट देशी एवं अंग्रेजी शराब दूकान के विरुद्ध करते हुए दस हजार रुपए का जुर्माना लगाते हुए एक दिन के लिए दूकान सील कर दी गयी हैँ। यह कार्यवाही पूर्व मे आबकारी विभाग के पास आई शिकायत की जांच कराने उपरान्त प्रस्तुत आवेदन पर कलेक्टर द्वारा आज की गयी है।
जिला आबकारी अधिकारी सतीश कश्यप ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व मे की गयी शिकायत के बाद बृत्त प्रभारी द्वारा इसकी जांच की गयी थी। इसका प्रतिवेदन कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। जहाँ कलेक्टर द्वारा जुर्माने के साथ साथ एक दिन दूकान को सील करने का आदेश जारी किया गया है।
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कल्याणपुर रोड में संचालित कंपोजिट शराब दुकान के सीसीटीवी कैमरे के इस नए वीडियो में एक व्यक्ति पहले शराब बिक्री काउंटर में आता है, कुछ बात होती है फिर वह वापस हो जाता है इसके बाद वह पुन: काउंटर पर आता है और उसके साथ ही लगभग 10 -11 व्यक्ति काउंटर के पास घेरा टाइप का बनकर खड़े हो जाते हैं। इसके अलावा इस वीडियो में कुछ भी नहीं है और न ही किसी प्रकार की आवाज आ रही है जिससे यह तो समझ में आता है कि उक्त व्यक्ति अकेला नहीं था। यदि वह 10 11 लोगों के साथ आया और उसने कोई हिमाकत की तो अकेले व्यक्ति की पिटाई शराब ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा कैसे की गई। शेष व्यक्ति कहां गए और मारपीट की वारदात के बाद पीड़ित व्यक्ति द्वारा थाने में शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई गई? सवाल यह भी उठता है कि यदि उक्त कथित पीड़ित व्यक्ति के साथ 10 -11 लोग और थे तो उन्होंने अपने साथी को बचाया क्यों नहीं। यह मान भी लिया जाए कि भयवश वह वहां से तत्समय भाग गए तो वारदात के बाद थाने में रिपोर्ट क्यों नहीं कराई गई?
एक सवाल यह भी उठता है कि यदि 10 -11 व्यक्ति एक साथ हों तो दुकान में मौजूद तीन या चार व्यक्ति उनके साथ मारपीट की वारदात को अंजाम कैसे दे सकते हैं। कुल मिलाकर स्थिति यह है की शराब दुकान में मारपीट की कथित वारदात को लेकर वीडियो युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गई है। किसका वीडियो और किसके दावे सही हैं या झूठे हैं यह जांच का विषय हो सकता है लेकिन साथ ही यह भी आवश्यक है की सच्चाई का पता लगाकर जो भी व्यक्ति दोषी हो चाहे वह शराब ठेकेदार के कर्मचारी हों अथवा खरीददार और उसकी कथित गैंग दोषी व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही तो होनी ही चाहिए।
बहरहाल लाइसेंसी शराब ठेकेदार देवव्रत पांडे का कहना है कि उसकी छवि धूमिल करने और दुकान में कार्यरत कर्मचारी के विरुद्ध जबरिया कार्यवाही के उद्देश्य से उक्त वीडियो वायरल कर शासन प्रशासन को गुमराह करने का प्रयास किया गया है जबकि वास्तविकता कुछ और ही है ठेकेदार का कहना है कि उसके कर्मचारी द्वारा अधिक दर्पण शराब की बिक्री नहीं की जा रही थी बल्कि दुकान के कर्मचारियों पर अनुचित दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा था
प्रिंट रेट से अधिक वसूली पर शराब दूकान सील
जिले के विभिन्न लायसेंसी कामपोजिट देशी व अंग्रेजी शराब दुकानों मे प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर शराब बेचने वाले इन दुकानों पर कार्यवाहिया शुरू कर दी गयी है। जिसमे पहली कार्यवाही शहर के बुढ़ार रोड स्थित कमपोजिट देशी एवं अंग्रेजी शराब दूकान के विरुद्ध करते हुए दस हजार रुपए का जुर्माना लगाते हुए एक दिन के लिए दूकान सील कर दी गयी हैँ। यह कार्यवाही पूर्व मे आबकारी विभाग के पास आई शिकायत की जांच कराने उपरान्त प्रस्तुत आवेदन पर कलेक्टर द्वारा आज की गयी है।
जिला आबकारी अधिकारी सतीश कश्यप ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व मे की गयी शिकायत के बाद बृत्त प्रभारी द्वारा इसकी जांच की गयी थी। इसका प्रतिवेदन कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। जहाँ कलेक्टर द्वारा जुर्माने के साथ साथ एक दिन दूकान को सील करने का आदेश जारी किया गया है।
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