डीएम की सख्ती वाली थीम, अब बच नहीं पाएगा रहीम
कारोबार में सहभागियों की हो जाएगी बल्ले-बल्ले
(अनिल द्विवेदी)
शहडोल। जिला प्रशासन इन दिनों सख्त हो चला है और अपराध गतिविधियों से जुड़े आपराधिक एवं अवांछनीय तत्वों के विरुद्ध जिला बदर की कार्यवाही करने में बिल्कुल भी कोताही नहीं बरत रहा है। हाल ही में एक महीने के भीतर सात लोगों का जिला बदर किया जाना इस बात का पुख्ता प्रमाण है। ऐसे ही तत्वों में एक नाम और है रहीम कबड्डी का, जिसकी पेशी 27 अक्टूबर को बताई जाती है जैसा की जिला प्रशासन का सख्त रुख यानी सख्ती वाली थीम जारी है उसे देखते हुए यह माना जा सकता है की रहीम कबाड़ी का जिला बदर होना लगभग तय है। यह बात दीगर है कि कबाड़ माफिया की तथाकथित बादशाहत फिर भी जारी रहेगी और उसके पार्टनर, सहयोगी इस अवैध कारोबार को नेस्तनाबूद नहीं होने देंगे।
पूरे संभाग में ब्रांचशहडोल जिला व संभाग के विभिन्न नगरों कस्बों तथा रेलवे, कोलमाइंस एरिया में अपनी जड़े जमा चुके कबाड़ कारोबारी रहीम इन दिनों टॉप पर चल रहा और कबाड़ माफियाओं का बाॅस बना हुआ है। बाकी अन्य कबाड़ी रहीम के पीछे चल रहे हैं और उसका साथ दे रहे हैं। बुढार व धनपुरी कोयलांचल क्षेत्र में भी पुराने सारे कबाड़ कारोबारी अब एक ही झंडा के नीचे आने को मजबूर देखे जाने लगे हैं और उसकी मुख्य वजह यह बताई जाती है कि कथित माफिया की ऊपर तक अच्छी और जबरदस्त सेटिंग बन चुकी है। यह कहना गलत नहीं होगा कि किसी बड़े संस्थान या विभाग की भांति इस कबाड़ कारोबारी ने भी कई जगह अपने ब्रांच काउंटर बना रखे हैं और नेटवर्क भी तगड़ा तैयार किया है जिससे उसे पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है
तगड़ा नेटवर्क
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त कथित कबाड़ कारोबारी का नेटवर्क उमरिया और अनूपपुर जिले के उन सभी स्थानों पर चल रहा है जहां कबाड़ के रूप में बेसकीमती लोहे और मशीनरी कल पुर्जों की आमद हो सकती है। इसके अलावा एक और धंधा भी चल रहा है जिसमें उक्त कारोबारी द्वारा पुरानी क्रेशर मशीन खरीद कर उन्हें कबाड़ में बेचा जा रहा है।


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