चोरी का कबाड़ ले जा रही पिकअप के एक्सीडेंट से खुला कबाड़चोरों और सिक्योरिटी की सांठ-गांठ का राज
धनपुरी/शहडोल। सुरक्षा के जिम्मेदारों की मिली भगत ने सुरक्षा घेरे को तार-तार कर लाखों रुपये मूल्य का करीब एक टन लोहा जो किसी बड़े मशीन का एक पार्ट है, कबाड़ चोरों के हवाले कर दिया। स्टोर यार्ड से भारी-भरकम बेशकीमती कथित कबाड़ वाहन में लोड कर अन्यत्र भेज दिया गया जिसकी सुरक्षा के जिम्मेदारों को भनक भी नहीं लगी, लेकिन चोरी में प्रयुक्त वाहन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से न सिर्फ कबाड़ के नाम पर खदानों से चोरी करने-कराने और मोटी कमाई करने वालों बल्कि हर महीने सुरक्षा के नाम पर मोटी पगार उठाने वाले औद्योगक सुरक्षा बल के जिम्मेदारों की कलई भी खुल गई। मामला जिले के सोहागपुर कोयलांचल अंतर्गत धनपुरी ओसीएम का है जहां सांप निकलने के बाद लकीर पीटने का दौर-दौरा जारी है।
दुर्घटना से खुली पोल
सोमवार की सुबह धनपुरी कस्बे से कालरी क्षेत्र में जाकर चाय-नाश्ते की दुकान का संचालन करने वाले दो भाई अनियंत्रित पिकअप की ठोकर से घायल हो गये, इस घटना में विकास और अभय नाम के दो भाई गंभीर रूप से घायल हो गये, फिलहाल इन दोनों का इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है। घटना के बाद इसकी सूचना धनपुरी पुलिस को मिली, मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि पिकअप वाहन में अवैध कबाड़ व डीजल लदा हुआ था, पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया और अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध कायम कर विवेचना शुरू की गई।
लदा था चोरी का माल
घटना के संदर्भ में यह जानकारी सामने आई कि उक्त कबाड़ में संभावत: ओसीएम से चोरी किया गया अवैध कबाड़ लदा हुआ था, जिसका अनुमानित वजन 01 टन से अधिक बताया गया है, बदमाशों ने पिकअप वाहन के नेम प्लेट हटा रखी थी, जबकि गाड़ी के अंदर जांच के दौरान पुलिस को एक नम्बर प्लेट मिली, जिसका क्रमांक एमपी 18-8852 बताया गया है। उक्त नम्बर धनपुरी के ही किसी पीर मोहम्मद के नाम पर रजिस्टर्ड है, हालांकि यह जांच का विषय है कि उक्त पिकअप का नम्बर यही है या नहीं, जांच के दौरान पुलिस को उक्त वाहन में 70 लीटर अवैध शराब भी मिली है।
उड़ गई टोपी, खुल गया पोल
पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी के शहडोल आने के बाद से खासकर धनपुरी क्षेत्र में अर्से से अवैध कबाड़ कर कार्य कर रहे पप्पू टोपी, आरिफ व अन्य के द्वारा अवैध कारोबार बंद किये जाने का ढोल पीटा जा रहा था, लेकिन सोमवार की सुबह हुई इस घटना ने पुलिस के ढोल की पोल खोल दी, यह बात भी स्पष्ट हो गई कि ऊपरी तौर पर भले ही कोल माइंसों से अवैध कबाड़ की निकासी व कबाड़ के अवैध ठीहों के बंद होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन अंदरूनी तौर पर सबकुछ पहले ही तरह ही संचालित है। यह पोल खुल ही गया कि कबाड़ चोर पप्पू ने टोपी भले ही चेहरे पर ढक ली हो लेकिन चोरी बंद नहीं किया, उसके जैसे तमाम चोर अभी भी बड़ी तेजी से सक्रिय हैं।
सुरक्षा बल की सांठ-गांठ
दो युवकों को ठोकर मार कर अस्पताल पहुंचाने वाले वाहन ने न सिर्फ कोयला खदानों में चोरी की वारदातों के अनवरत जारी रहने का खुलासा किया है बल्कि सुरक्षा के लिये औद्योगिक सुरक्षा बल के अधिकार-कर्मचारियों की कर्मठता कीभीपोल खोल कर रख दी है। जानकार सूत्रों और कॉलरी अधिकारी-कर्मचारियों से मिली जानकारी पर यदि विश्वास किया जाये तो इतना वजनी लोहा बिना क्रेन या बिना मशीनरी अथवा पचास ूमजदूरों के बिना उठाकर लोड नहीं किया जा सकता है। दोनों ही स्थितियां ऐसी हैं जिसमें सुरक्षा कर्मियों के सहयोग और सांठ-गांठ के बिना उक्त लोहे के भारी-भरकम उपकरण को उठाना तो दूर हिलाया भी नहीं जा सकता है। मतलब साफ है कि बड़ी मशीन का गेयर बॉक्स कहे जाने वाले इस कथित कबाड़ को कबाडिय़ों के हाथों सुरक्षा के जिम्मेदारों ने ही बेच दिया।
दिनों-दिन हो रही चोरियां
एसईसीएल द्वारा पूर्व में रिटायर्ड फौजियों की संस्था को सुरक्षा की जिम्मेदारी का ठेका दिया जाता रहा है, जिसे बाद में कंपनी के नीतिगत निर्णय के तहत बदलकर औद्योगिक सुरक्षा बल को यह जिम्मेदारी सौंप दी गई। सुरक्षा बल के अधिकारी कर्मचारियों ने जिम्मेदारी तो ले ली लेकिन शायद वह अवैध कमाई के स्वर्णिम अवसर को छोडऩा नहीं चाह रहे हैं, और यही वजह है कि सोहागपुर कोयलांचल के विभिन्न कोयला खदानों से बेशकीमती लौह उपकरणों, अन्य सामानों की चोरी कबाड़ के नाम पर, और कोयला-डीजल आदि की चोरी बदस्तूर जारी है। एसईसीएल प्रबंधन द्वारा अपने कर्मचारियों अधिकारियों एवं आम नागरिकों को कोयले की आपूर्ति पूर्णत: बंद कर दी गई है मतलब यह कि कोयले का घरेलू उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित है बावजूद इसके धनपुरी अमलाई बढ़ार क्षेत्र के कई गांवों में आज भी दिन-रात कोयले की सिगडिय़ां धधक रही हैं। इसका मतलब साफ है कि खदानों से एवं साइडिंग से कोयले की चोरी बड़े पैमाने पर हो रही है जिसका लोग खुले आम उपयोग कर रहे हैं इसकी जानकारी एसईसीएल के सोहागपुर एरिया प्रबंधन को भी है और पुलिस व प्रशासन को भी लेकिन आज तक इस चोरी को रोकने एवं प्रतिबंधित कोयले के दुरुपयोग पर पाबंदी लगाने की दिशा में कोई भी कार्यवाही नहीं की जा सकी है।
इनका कहना है-
कॉलरी वर्कशॉप से लोहे के चोरी की वारदात हुई है। यह सच है कि बिना क्रेन या बड़ी मशीनों अथवा पचास से अधिक मजदूरों के सहयोग के बिना उक्त लोहे को नहीं उठाया जा सकता है। इस मामले में धनपुरी थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है, तथा एसईसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
-बी राना प्रताप
उपक्षेत्रीय प्रबंधक, धनपुरी ओसीएम
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थाने में वर्कशॉप से चोरी की रिपोर्ट लिखाई गई है, पुलिस इस मामले में तत्परता पूर्वक कार्यवाही कर रही है, शीघ्र ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा
- अजय जायसवाल
थानाप्रभारी, धनपुरी
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