मौका मिला तो सबएरिया मैनेजर ने मारा चौका
उप क्षेत्रीय प्रबंधक ने 80 हजार रुपए के वर्क आर्डर पर कराया 4 लाख का काम
भुगतान में आनाकानी दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर ठेकेदार"मौका मिलते ही चौका मारने की प्रवृत्ति के चलते उपक्षेत्रीय प्रबंधक ने 80 हजार रुपए के वर्क आर्डर के बदले चार लाख से अधिक का काम लेते हुए अपने निवास का कायाकल्प ठेकेदार से करवा लिया, अब जब भुगतान की बारी आई तो कान में रुई डालकर किनारे हो गए। किए गए कार्य के भुगतान के लिए ठेकेदार सिविल विभाग और एसईसीएल प्रबंधन के विभिन्न अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट-काट कर परेशान है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उपक्षेत्रीय प्रबंधक की इस कारस्तानी की शिकायत करते हुए ठेकेदार ने अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एसईसीएल बिलासपुर को शिकायत पत्र भेज कर तत्काल ठोस कार्यवाही करते हुए भुगतान राशि दिलाए जाने की मांग की है।
अनिल द्विवेदी 7000295641
शहडोल /धनपुरी। एसईसीएल सोहागपुर कोयलांचल के उपक्षेत्रीय प्रबंधक विनय कुमार सिन्हा द्वारा ठेकेदार से जबरिया दबाव डालकर स्वीकृत बजट से अधिक का कार्य कराए जाने, विधि विरुद्ध तरीके से अपने बंगले में अतिरिक्त निर्माण और कायाकल्प कराए जाने तथा ठेकेदार को भुगतान के नाम पर दर-दर की ठोकरें खाने पर विवश करने का आरोप लगाया गया है।
सीएमडी बिलासपुर को पीड़ित ठेकेदार द्वारा प्रेषित शिकायत में उल्लेख किया गया है कि विनय कुमार सिन्हा, उपक्षेत्रीय प्रबंधक अमलाई - बंगवार एवं दामनी उपक्षेत्र के बंगवार में शिफ्टिंग के दौरान जयसवाल कन्स्ट्रक्सन को पोताई एवं मरम्मत का कार्य मिला हुआ था। वर्क आर्डर स्वीकृत कार्य निर्धारित होने के बावजूद विनय कुमार सिन्हा, उपक्षेत्रीय प्रबंधक अमलाई -बंगवार एवं दामनी उपक्षेत्र, के द्वारा नया कमरा 10 x 10 का एवं पूरा रसोई घर को तोड़कर नया रसोई घर बनवाया गया एवं 04 नग टायलेट एवं बाथरूम का टाईल्स, कमोड एवं नया नल पाईप फिटिंग, पोताई एवं आंगन का फर्स आदि का कार्य मेरे द्वारा कराये गये जिसकी लागत चार लाख रूपये है। ठेकेदार बार-बार यह कहता रहा कि आपका अस्सी हजार रूपये का वर्क आर्डर है और आप अतिरिक्त कार्य कराये जा रहें हैं, इसका भुगतान कैसे होगा, श्री विनय कुमार सिन्हा साहब के द्वारा कहा जाता था कि आप काम करो मै आपका सारा पैसा दिला दूँगा किन्तु कार्य होने के उपरान्त न तो वो बात करते हैं, न ही कोई भुगतान की प्रक्रिया अपनाते हैं।
पीड़ित ठेकेदार ने बताया कि इसकी जानकारी एस.ओ. (सिविल) सोहागपुर क्षेत्र एवं महाप्रबंधक सोहागपुर क्षेत्र को दो माह पूर्व दी गई किन्तु अभी तक किसी भी प्रकार का भुगतान संबंधी कार्यवाही नहीं की गई है। जिस पर एरिया गम के साथ ही सीएमडी को भी बिल न मिलने की शिकायत की गई। ठेकेदार के द्वारा शिकायत किए जाने के बाद सोहागपुर एरिया जीएम ने कहा कि काम कराया है तो बिल देना पड़ेगा, जीएम ने उपक्षेत्रीय प्रबंधक को बिल देने को कहा गया लेकिन आज तक जायसवाल कंट्रक्शन को बिल का भुगतान नहीं मिला ठेकेदार बिल को लेकर परेशान है।
दोबारा कायाकल्प
वही बताया जाता है कि बंगवार में पदस्य उपक्षेत्र प्रबंधक का स्थानांतरण राजेंद्र खैरहा माइंस के लिए हो गया है अब वही उपक्षेत्रीय प्रबंधक जो बंगवार में अपने बंगले में चार लाख रुपए खर्च कराया गया था जिसका बिल अभी तक ठेकेदार को नहीं मिला वही बताया जाता है कि राजेंद्र कॉलोनी में भी अपने बंगले को रहने के लिए चाक चौबंद करने में लगे हुए हैं। श्रमिक क्वार्टर को जो बद से बदतर स्थिति में देखा जा रहा है उसे कोई देखने वाला नहीं और कालरी प्रबंधन के द्वारा जितने क्वार्टर बदलते हैं हर बार क्वार्टर में लाखों रुपए खर्च कर अपने स्टाइल से बनवाते हैं और रहते हैं। काम करने के बाद बिल लेने में एरिया से बिलासपुर तक दौड़ना पड़ता है तब भी बिल नहीं मिलता सीएमडी के कहने के बाद भी बिल न मिले तो फिर ठेकेदार अपनी शिकायत किस करेंगे। पीड़ित ठेकेदार ने एरिया गम और कमांडर बिलासपुर से मांग की है कि उसके द्वारा कराए गए कार्य का उपभोक्ता कराया जाए।
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शहडोल /धनपुरी। एसईसीएल सोहागपुर कोयलांचल के उपक्षेत्रीय प्रबंधक विनय कुमार सिन्हा द्वारा ठेकेदार से जबरिया दबाव डालकर स्वीकृत बजट से अधिक का कार्य कराए जाने, विधि विरुद्ध तरीके से अपने बंगले में अतिरिक्त निर्माण और कायाकल्प कराए जाने तथा ठेकेदार को भुगतान के नाम पर दर-दर की ठोकरें खाने पर विवश करने का आरोप लगाया गया है।
सीएमडी बिलासपुर को पीड़ित ठेकेदार द्वारा प्रेषित शिकायत में उल्लेख किया गया है कि विनय कुमार सिन्हा, उपक्षेत्रीय प्रबंधक अमलाई - बंगवार एवं दामनी उपक्षेत्र के बंगवार में शिफ्टिंग के दौरान जयसवाल कन्स्ट्रक्सन को पोताई एवं मरम्मत का कार्य मिला हुआ था। वर्क आर्डर स्वीकृत कार्य निर्धारित होने के बावजूद विनय कुमार सिन्हा, उपक्षेत्रीय प्रबंधक अमलाई -बंगवार एवं दामनी उपक्षेत्र, के द्वारा नया कमरा 10 x 10 का एवं पूरा रसोई घर को तोड़कर नया रसोई घर बनवाया गया एवं 04 नग टायलेट एवं बाथरूम का टाईल्स, कमोड एवं नया नल पाईप फिटिंग, पोताई एवं आंगन का फर्स आदि का कार्य मेरे द्वारा कराये गये जिसकी लागत चार लाख रूपये है। ठेकेदार बार-बार यह कहता रहा कि आपका अस्सी हजार रूपये का वर्क आर्डर है और आप अतिरिक्त कार्य कराये जा रहें हैं, इसका भुगतान कैसे होगा, श्री विनय कुमार सिन्हा साहब के द्वारा कहा जाता था कि आप काम करो मै आपका सारा पैसा दिला दूँगा किन्तु कार्य होने के उपरान्त न तो वो बात करते हैं, न ही कोई भुगतान की प्रक्रिया अपनाते हैं।
पीड़ित ठेकेदार ने बताया कि इसकी जानकारी एस.ओ. (सिविल) सोहागपुर क्षेत्र एवं महाप्रबंधक सोहागपुर क्षेत्र को दो माह पूर्व दी गई किन्तु अभी तक किसी भी प्रकार का भुगतान संबंधी कार्यवाही नहीं की गई है। जिस पर एरिया गम के साथ ही सीएमडी को भी बिल न मिलने की शिकायत की गई। ठेकेदार के द्वारा शिकायत किए जाने के बाद सोहागपुर एरिया जीएम ने कहा कि काम कराया है तो बिल देना पड़ेगा, जीएम ने उपक्षेत्रीय प्रबंधक को बिल देने को कहा गया लेकिन आज तक जायसवाल कंट्रक्शन को बिल का भुगतान नहीं मिला ठेकेदार बिल को लेकर परेशान है।
दोबारा कायाकल्प
वही बताया जाता है कि बंगवार में पदस्य उपक्षेत्र प्रबंधक का स्थानांतरण राजेंद्र खैरहा माइंस के लिए हो गया है अब वही उपक्षेत्रीय प्रबंधक जो बंगवार में अपने बंगले में चार लाख रुपए खर्च कराया गया था जिसका बिल अभी तक ठेकेदार को नहीं मिला वही बताया जाता है कि राजेंद्र कॉलोनी में भी अपने बंगले को रहने के लिए चाक चौबंद करने में लगे हुए हैं। श्रमिक क्वार्टर को जो बद से बदतर स्थिति में देखा जा रहा है उसे कोई देखने वाला नहीं और कालरी प्रबंधन के द्वारा जितने क्वार्टर बदलते हैं हर बार क्वार्टर में लाखों रुपए खर्च कर अपने स्टाइल से बनवाते हैं और रहते हैं। काम करने के बाद बिल लेने में एरिया से बिलासपुर तक दौड़ना पड़ता है तब भी बिल नहीं मिलता सीएमडी के कहने के बाद भी बिल न मिले तो फिर ठेकेदार अपनी शिकायत किस करेंगे। पीड़ित ठेकेदार ने एरिया गम और कमांडर बिलासपुर से मांग की है कि उसके द्वारा कराए गए कार्य का उपभोक्ता कराया जाए।
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