- फोरमैन कर रहा नेतागिरी, अधिकारी भी परेशान
- टेलीफोन लाइन बिगड़ने के बावजूद नहीं होता सुधार
- आरटीआई लगा कर ब्लैकमेलिंग में माहिर
धनपुरी/शहडोल। एसईसीएल सोहागपुर एरिया की बंगवार खदान में टेलीफोन फोरमैन के पद पर पदस्थ सच्चिदानंद यादव की नेतागिरी से अधिकारी कर्मचारी सब परेशान हैैं। यह कर्मचारी अपनी ड्यूटी से ज्यादा नेतागिरी में व्यस्त रहता है। जिसके कारण अधिकारी भी इसे काम नहीं बता पाते। जिसका परिणाम यह निकलता है कि टेलीफोन लाइन बिगड़ने के बावजूद कई कई दिनों तक सुधार नहीं हो पाता और कम्युनिकेशन में परेशानी होती है। इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक सचिन यादव ने एक संगठन भी बना लिया है जिसकी वजह से यह अधिकारियों को ब्लैकमेल करता है।
तलाशता रहता है आरटीआई के मुद्दे
सच्चिदानंद यादव 8 घंटे की ड्यूटी करने की जगह आरटीआई लगाने के मुद्दे तलाशता रहता है। कई अधिकारियों के खिलाफ आरटीआई लगाने की वजह से अधिकारी भी अब इस कर्मचारी से डरने लगे हैं। ना सिर्फ आरटीआई की धौंस दिखाकर बल्कि अपने संगठन ऑल इंडिया एससी एसटी एंड ओबीसी एम्पलाइज कोऑर्डिनेशन काउंसिल की धौस दिखाकर भी सच्चिदानंद यादव अधिकारियों को डराता धमकाता रहता है।
सभी को करता है परेशान
बताया गया है कि नेतागिरी की धौंस दिखाकर यह व्यक्ति हर किसी को डराता धमकाता रहता है। ना सिर्फ टेलीफोन विभाग के अधिकारी कर्मचारी बल्कि अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी इस व्यक्ति से परेशान हैं। किसी भी विभाग के किसी भी अधिकारी और कर्मचारी की कोई भी कमी नजर आने पर यह व्यक्ति उन्हें डराने धमकाने लगता है और उनसे पैसों की मांग करने लगता है यदि इसकी मांग पूरी नहीं होती तो उसके खिलाफ शिकवा शिकायत करके परेशान करने लगता है। ब्लैक मेलिंग करने वाले इस व्यक्ति की कई बार शिकायत हो चुकी है लेकिन कोई भी अधिकारी एक्शन लेने की स्थिति में नहीं आया है। यही कारण है कि इस के हौसले बुलंद हैं।
पत्नी से कराता है झूठी शिकायत
हर तरह के हथकंडे अपनाने में यह कर्मचारी माहिर हो चुका है। इस कर्मचारी की पत्नी संगीता दुबे अमलाई ओसीएम डिस्पेंसरी में पदस्थ है। जिसके द्वारा भी यह व्यक्ति कर्मचारियों के खिलाफ झूठी शिकायत कराता रहता है। पिछले दिनों एक कर्मचारी के खिलाफ इसी तरह झूठी शिकायत दर्ज करा दी गई। जिसकी वजह से वह कर्मचारी और उसका परिवार प्रताड़ित हो रहा है। सच्चिदानंद यादव ने कई लोगों को इसी तरह धमकियां दी है कि यदि उन्होंने उसकी बात नहीं मानी तो वह अपनी पत्नी से उसके खिलाफ छेड़छाड़ का अपराध दर्ज करा देगा। अधिकारियों को इस दिशा में गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और कर्मचारियों से इस संबंध में पूछताछ करनी चाहिए कि उन्हें कौन धमका रहा है।
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