धनपुरी के प्रबुद्ध नागरिकों ने पेश की मिशाल
धनपुरी। कानून व्यवस्था एवं शांति की स्थापना का कार्य पुलिस का दायित्व है, इसी के लिए वर्दी धारियों को देश- प्रदेश के कोने-कोने में तैनात किया गया है जिसे वह बखूबी निभाने का सतत प्रयास भी कर रहे हैं। यह एक सामान्य गतिविधि है, लेकिन यदि इसी कार्य के लिए किसी व्यक्ति या पदधारी को सम्मानित किया जाए तो वह सामान्य से विशिष्ट हो जाता है क्योंकि सम्मान उसी का होता है जो अपने दायित्व निर्वहन में उत्कृष्ट हो। धनपुरी के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस भरत दुबे और थाना प्रभारी ओमेश्वर ठाकरे ने यही विशिष्टता हासिल की है जिसके लिए ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर उन्हें सम्मानित कर कर्तव्य पालन के मार्ग में आने वाली तमाम चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए लक्ष्य तक पहुंचने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
शारदीय नवरात्रि पर्व के दौरान मनाए जाने वाले 10 दिवसीय नवदुर्गा महोत्सव के साथ ही इस्लाम के मिलादुन्नबी पर्व मनाए जाने के दौरान नगर में व्याप्त शांति और अमन के लिए काफी हद तक स्थानीय पुलिस प्रशासन को श्रेय दिया जाना वाजिब है। जिस मुस्तैदी के साथ एसडीओपी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी द्वारा नगर के चप्पे-चप्पे में नागरिक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए और असामाजिक अवांछित तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया गया उसी का परिणाम है कि धनपुरी नगर वासियों ने जाति एवं धर्म की संकीर्ण विचारधारा से ऊपर उठकर पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों को सम्मानित किया और यह उम्मीद जताई गई कि भविष्य में भी इसी प्रकार सांस्कृतिक एकता की गंगा जमुनी धारा यूं ही बहती रहेगी।
गौरतलब है कि थाना प्रभारी ओमेश्वर ठाकरे द्वारा नवरात्रि पर्व के दौरान नगर के प्रत्येक पूजा पंडाल पर नजर रखते हुए न सिर्फ नियमित रूप से आयोजन समितियों व आमजन को कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए शांति एवं सद्भाव पूर्वक त्यौहार मनाने की समझाइश दी गई बल्कि इसके लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात कर अवांछित गतिविधियों को रोकने का भी सफल प्रयास किया। थाना पुलिस कि इस सक्रियता को लेकर स्थानीय नागरिकों ने संतोष जताते हुए कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को सम्मानित कर अपने अमन प्रिय होने का प्रमाण भी दिया है।
सम्मान समारोह के दौरान एसडीओपी धनपुरी भरत दुबे एवं थाना प्रभारी उमेश्वर ठाकरे ने विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में अपने दायित्वों का निर्वहन करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि जो कुछ भी हुआ उसका श्रेय निश्चित रूप से एडीजी शहडोल एवं पुलिस अधीक्षक शहडोल को जाता है जिनके मार्गदर्शन में उन्होंने नगर की कानून व्यवस्था को कायम रख पाने में सफलता पाई है उन्होंने नगर के सभी वर्गों के लोगों के प्रति सम्मान के लिए आभार जताते हुए अपील की कि वह भविष्य में भी इसी प्रकार सांप्रदायिक सद्भाव एकता और आपसी विश्वास का प्रदर्शन करते हुए सभी त्योहार प्रसन्नता पूर्वक मनाएं।
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