रैली निकाल कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
शहडोल। जिले की आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा अपनी मांगों से संबंधित एक विज्ञापन देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम भेजा गया है जिसमें नियमितीकरण करण सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है।
ज्ञापन में अपनी समस्याओं और मांगों का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत सभी कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए एवं सामाजिक सुरक्षा देकर उन्हें उचित श्रेणी में यथाशीघ्र शामिल किया जाए, आंगनबाड़ी में कार्यरत कर्मचारियों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन सेविका को 18000/और सहायिका को 9000/- रुपया प्रतिमाह भुगतान किया जाए, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत देश के सभी ऑगनबाड़ी केन्द्रों को प्राथमिक विद्यालय की मान्यता देते हुए इनमें कार्यरत कार्यकर्ता एवं मिनी कार्यकर्ता को पूर्व प्राथमिक शिक्षिका (प्री प्राइमरी टीचर) और सहायिका को पूर्व प्राथमिक सह शिक्षिका (प्री प्राइमरी असिस्टेंट टीचर) का सम्मानजनक पदनाम दिया जाएं। ऑगनबाड़ी में कार्यरत सभी कर्मचारियों के लिए भी भविष्य निधि, पेंशन, ग्रेच्युटी और चिकित्सा सुविधा यथाशीघ्र लागू किया जाए, ऑगनबाडी कर्मचारियों को भी सरकारी कर्मचारी की तरह अर्जित अवकाश, आकस्मिक अवकाश, चिकित्सक अवकाश, और विभिन्न त्यौहारों पर मिलने वाली छुटिया देने की यथाशीघ्र व्यवस्था किया जाए।
कलेक्टर शहडोल के माध्यम से भेजे गए इस ज्ञापन में मांग की गई है कि माननीय प्रधानमंत्री जी निवेदन है कि उपरोक्त हमारी पांच सूत्रों मांगों को ध्यान में रखते हुए यथाशीघ्र हमारी मांगों को पूरी करने का कष्ट करें ताकि हम ऑगनबाड़ी की बहने अपने आप को उपेक्षित नही समझे और अपनी कार्य को ठीक तरह से तनावमुक्त होकर कर पाएँ।


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