व्हाट्सएप् गु्रप एवं कंट्रोल रूम बनाकर सूचनाओं का करें आदान-प्रदान-कलेक्टर
शहडोल। कलेक्टर कार्यालय के सभागार मंे कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डाॅ0 सतेन्द्र सिंह की उपस्थिति मंे कृषि उत्पादन से जुड़े विभागों की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक मंे खाद्य, बीज उपधब्धता, उर्वरक भण्डारण आदि की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि फर्टिलाइजर ग्रुप एवं कंट्रोल रूम बनाकर व्हाट्सएप ग्रुप मंे सभी संबंधित अधिकारी सूचनाओं का आदान-प्रदान करें। बैठक मंे कलेक्टर ने निर्देष दिए कि जिले के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों तथा कृषि से जुडें सभी जिले के अधिकारियों का मोबाइल नम्बर भी प्रदर्षित किया जाएं, जिससे किसी प्रकार की आने वाली समस्यां का त्वरित समाधार किया जा सकें। बैठक मंे कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी यह सुनिष्चित करंे उनके क्षेत्रान्तर्गत बिना लायसेंस कोई भी दुकानदार खाद्य विक्रय न करें, यदि करता है तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिष्चित किया जाएं। कलेक्टर ने संयुक्त संचालक कृषि जे.एस. पेंद्राम को कहा कि उप सचंालक कृषि, उपायुक्त सहकारिता, डीएम नांन तथा डीएमओ की संयुक्त टीम बनाएं, जो कृषि से जुड़ी हुई समस्याओं के साथ-साथ खाद्य उपलब्धता की सेंटर वाइज समीक्षा प्रतिदिन करंे।
डीएमपी एवं यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता
बैठक मंे कलेक्टर को डीएमओ व्ही0डी0 तिवारी ने अवगत कराया कि जिले मंे डीएपी एवं यूरिया खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। तथा जिले मंे 52 सेंटरो के माध्यम से खाद वितरित की जाती है। श्री तिवारी ने बताया कि रवी वर्ष 2020-21 उर्वरक भण्डारण में यूरिया 2815 टन सहकारी समिति के पास 2461 टन डीएमओ गोदाम तथा 963 टन निजि अनुज्ञप्ति धारियों के पास उपलब्ध है। इस प्रकार जिले के 6239 टन उपलब्ध यूरिया में 4011.22 टन यूरिया वितरित की गई है तथा 2227.78 टन यूरिया उपलब्ध है। इसी प्रकार जिले मंे डीएपी 3056 टन सहकारी समिति, 1394 टन डीएमओ गोदाम, 1400 टन निजि अनुज्ञप्ति धारियों पास इस प्रकार 5850 टन डीएपी खाद्य उपलब्ध थी, जिसमें 4996.35 टन वितरित की गई तथा 1253.56 टन अभी उपलब्ध है।
नवीन पात्रता पर्ची धारियों को राषन उपलब्ध कराया जाएं
बैठक मंे कलेक्टर ने निर्देषित किया सभी नवीन पात्रता पर्ची धारियों को राषन उपलब्ध कराया जाएं। साथ ही जिले सभी फूड एवं सहकारी निरीक्षक अपने क्षेत्रांर्गत नवीन पर्ची सत्यापन के साथ-साथ शत प्रतिषत आधारी सिडिंग भी कराना सुनिष्चित करें। बैठक मंे कलेक्टर ने कहा कि यह भी सुनिष्चित किया जाये कि किसी भी सेल्समैन के पास 2 से अधिक दुकाने न हो, इसकी माॅनिटरिंग स्वयं उपायुक्त सहकारिता करंे। बैठक मंे कलेक्टर ने केसीसी उपलब्धता जिले मंे खाद-बीज की उपलब्धता आदि की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में संयुक्त संचालक जे.एस. पेन्द्राम, सहायक संचालक कृषि रमेन्द्र सिंह, जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेष टाण्डेकर, कृषि वैज्ञानिक डाॅ0 मृगेेन्द्र सिंह, सहायक संचालक उद्यान मदन सिंह परस्ते, डीएमओ व्ही0डी0 तिवारी, डीएम सहकारी बैंक बाई0के0 सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
हल्दी, मषरूम, महुआ एवं मुनगा को करंे प्रोत्साहित
कृषि उत्पादन से जुड़े विभागों की समीक्षा बैठक लेकर निर्देषित किया कि एक जिला-एक उत्पाद योजनान्तर्गत हल्दी के साथ-साथ, मषरूम, महुआ मुनगा तथा मछली आदि के उत्पादता को भी प्रोत्साहित किया जाएं। कलेक्टर ने कृषि वैज्ञानिक डाॅ0 मृगेन्द्र सिंह को निर्देषित किया कि उप संचालक कृषि, सहायक संचालक उद्यान के साथ मिलकर इस योजना को और प्रभावी बनाएं तथा जिले के उत्पाद को देष-एवं प्रदेष स्तर पर पहचान भी दिलाएं। कलेक्टर ने कहा कि जिले में संभावनाआंे की कमी नही है, आवष्यता है कि हम पूरे मनोयोग के साथ इन उत्पादों से जुडे़ किसानो को और अधिक उत्पादकता नई तकनीक के साथ करने के लिए प्रेरित करें। बैठक में कलेक्टर ने निर्देष दिए कि जिले क जिन क्षेत्रों मंे हल्दी के उत्पादक किसान अधिक है, उन कलस्टरों मंे प्रोसेसिंग यूनिट डाली जाएं तथा वायलर व अन्य प्रोसेसिंग यूनिट से संबंधित उपकरण भी संधारित की जायें एवं कलस्टर यूनिट मंे ही हल्दी आदि की प्रोसेसिंग की जाएं।
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