शहडोल को देश का एक्सीडेंट शून्य जिला बनाएं-कमिश्न

ट्रेफिक नियमों का पालन करने वाले असली हीरों-कमिश्नर

इंटरसेप्टर व्हीकल का शहडोल जिले में लोकार्पण


शहडोल। कमिश्नर शहडोल संभाग  राजीव शर्मा ने कहा है कि सभी नागरिकों को यातायात नियमों का ज्ञान होना आवश्यक है। यातायात नियमों का पालन की जानकारी होने से दुर्घनाओं को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज का दिन शहडोल संभाग के लिए ऐतिहासिक दिन है, आज शहडोल में यातायात व्यवस्था का दूरूस्थ बनाने के लिए इंटरसेप्टर व्हीकल का लोकार्पण किया जा रहा है। कमिश्नर ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नागरिकों का सहयोग आवश्यक है, यातायात नियमों के प्रति नागरिकों की जागरूकता और चेतना ही सहयोगी हो सकती है। कमिश्नर ने कहा कि शहडोल संभाग के सभी नागरिक यातायात नियमों के प्रति जागरूक हो तथा शहडोल देश का रोड़ एक्सीडेंट शून्य जिला बने, यह मै अपेक्षा करता हॅू। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा आज इंटरसेप्टर व्हीकल लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। 

कमिश्नर ने कहा कि जनता तक यह संदेश जाना चाहिए कि अपना जीवन अमूल्य है, आपको ट्रेफिक नियमों को जानना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारे यहॉ गाडियां अहंकार से चलती है, गाडी चलाते समय अहंकार नही होना चाहिए, बल्कि पूरा ध्यान सुरक्षा और सर्तकता पर केंद्रित होना चाहिए। 

          कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीजीपी शहडोल जोन दिनेश चंद्र सागर ने कहा कि यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता लाना आवश्यक है। उन्होने कहा कि यातायात नियमों के पालन किए बगैर तथा इसकी जागरूकता के बगैर दुर्घटनाओं को रोकना असंभव है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हमे यातायात नियमों का पालन संवेदनशीलता के साथ करना होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी राष्ट्र की धरोहर है, लोगो का जीवन बचाने में हम सभी का योगदान होना चाहिए। उन्होंने बताया कि इंटरसेप्टर व्हीकल अति आधुनिक तकनीक से युक्त व्हीकल है, इस व्हीकल के माध्यम से 2 किलोमीटर तक दायरे के वाहनों तक की गतिविधियों को देखा जा सकता है तथा वाहनों की गति का गणना इंटरसेप्टर व्हीकल के आधुनिक यंत्रों के माध्यम से मालूम की जा सकती है। उन्होंने बताया कि निर्धारित गति से तेज गति पर वाहन चलाने पर जुर्माने का प्रावधान किया गया है। 

लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य ने कहा कि शहडोल जिले में सर्वसुविधायुक्त इंटरसेप्टर व्हीकल के लोकार्पण से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लोगो को जागरूक करने के प्रयास किए जाएगें। 

समारोह को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी ने कहा कि शहडोल जिले रोड़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 12 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए है तथा चिन्हित स्पॉटों में सुधार के कार्य किए गए है, जिसका परिणाम है कि दुर्घटना में कमी आई है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नागरिकों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उन्हें यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना होगा। लोगो को जागरूक करने में मीडिया अहम भूमिका निभाएं। समारोह में कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा, एडीजीपी शहडोल  दिनेश चंद्र सागर, कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य एवं पुलिस अधीक्षक  अवधेश कुमार गोस्वामी ने यातायात आरक्षक  विवेकानंद तिवारी को दुर्घटनाग्रस्त परिवार को बचाने एवं उनकी त्वरित सहायता कर चिकित्सालय तक पहॅुवचाने के अनुकरणीय कार्य हेतु एवं यातायात नियमों कड़ाई पालन कराने पर सम्मानित किया गया। 

इस अवसर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  मुकेश कुमार वैश्य, उप पुलिस अधीक्षक यातायात  अखिलेश कुमार तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक अजाक सुश्री सोनाली गुप्ता सहित पर अन्य पुलिस अधिकारी एवं काफी संख्या में मीडिया के लोग उपस्थित थे।

हरी झंडी दिखाकर किया रवाना


शहडोल जिले को यातायात के नियमों का उल्लंघन करने तथा दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से प्रदेश शासन के गृह विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए इंटरसेप्टर वाहन को आज कलेक्टर कार्यालय के परिसर से आयुक्त शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन श्री दिनेश चंद्र सागर, श्रीमती वंदना वैद्य एवं पुलिस अधीक्षक श्री अवधेश कुमार गोस्वामी ने आज हरी झंडी दिखाकर गंतव्य स्थान की ओर रवाना किया।

    इस मौके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश कुमार वैश्य, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री अखिलेश कुमार तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक अजाक सुश्री सोनाली गुप्ता सहित पर अन्य पुलिस अधिकारी एवं काफी संख्या में मीडिया के लोग उपस्थित थे।

यह है विशेषता

     इस वाहन में स्पीड, साउंड चेक कर प्रिंट आउट किया जा सकता है, वाहन कैमरा विथ लेजर से युक्त है। यह वाहन केंद्र सरकार की सड़क परिवहन विभाग द्वारा प्रदेश के 33 जिलों को उपलब्ध कराई गई है, जिसमें शहडोल जिला भी शामिल है। इस वाहन में एक प्रशिक्षित पुलिस ऑपरेटर, एक सूबेदार सहित वाहन चालक एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहेगा। यह वाहन 800 मीटर से स्पीड की गति तोड़ने वाले वाहनों की जानकारी 3 सेकंड में उपलब्ध कराएगी तथा वाहन मालिक के मोबाइल नंबर उपलब्ध होने पर तत्संबंधी व्हाट्सएप एवं मेल द्वारा सूचना भी उपलब्ध कराएगी, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में काफी हद तक कामी लाई जा सकेगी।

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